भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी सख्त नीति को मजबूत किया है और हाल ही में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्रवाई, जिसे "ऑपरेशन सिंदूर" कहा जा रहा है, ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान के द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों की योजना को नाकाम कर दिया गया, जिससे पाकिस्तान बौखला गया है और उसने अब सीमा से सटे इलाकों में हमलों की कोशिशें तेज कर दी हैं। पाकिस्तान की ओर से की गई कई गोलाबारी और आतंकवादी हमलों ने भारतीय सुरक्षा बलों को सतर्क किया, और इन हमलों को विफल करने में भारतीय सेना ने अपनी पूरी ताकत और कुशलता का परिचय दिया। हालांकि, इनमें से कुछ हमले गंभीर साबित हुए, और पाकिस्तान का यह प्रयास फिर से उसकी आतंकवादी गतिविधियों की ओर इशारा करता है।
राजौरी में पाकिस्तान की गोलाबारी और अधिकारियों की शहादत
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के आतंकवादियों के प्रयासों को विफल कर दिया, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से किए गए हमलों में एक गंभीर घटना सामने आई। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी की जान चली गई। यह अधिकारी जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा के सदस्य थे और उनका नाम राज कुमार थापा था। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस घटना पर शोक व्यक्त किया और कहा कि हम इस समर्पित अधिकारी को खो चुके हैं।
राज कुमार थापा के साथ ही इस हमले में दो अन्य लोग भी शहीद हो गए, जिनमें एक महिला और एक बच्चा शामिल थे। यह हमला उस समय हुआ जब राज कुमार अपने घर में मौजूद थे। सुबह करीब 5:30 बजे पाकिस्तान की गोलाबारी ने उनके घर को निशाना बनाया। पहले धमाके की आवाज सुनकर वे बाहर निकले, लेकिन फिर दुश्मन की ओर से एक और गोलाबारी की गई, जो सीधे उनके कमरे पर आकर गिरी। इस हमले ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी और यह एक बहुत बड़ा मानविक क्षति का कारण बना। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना की कड़ी निंदा की और शहीद अधिकारियों के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।
श्रीनगर में विस्फोटों और सुरक्षा एजेंसियों का हाई अलर्ट
इसके बाद, शनिवार सुबह श्रीनगर में भी कई विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन विस्फोटों की आवाज करीब आधे घंटे तक लगातार सुनाई देती रही, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि पाकिस्तान की ओर से क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश की जा रही थी। हालांकि, अभी तक इन विस्फोटों के स्थान और कारण के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इन घटनाओं पर करीबी नजर बनाए हुए हैं और हाई अलर्ट पर हैं। इन विस्फोटों ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया कि पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे आतंकवादी हमले और साजिशों में कोई कमी नहीं आई है, और भारत की सुरक्षा बलों की सतर्कता अब ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है।
ड्रोन हमले की साजिश नाकाम, पाकिस्तान की बड़ी साजिश को विफल किया
पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों को समर्थन देने के एक और प्रयास को भारतीय सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया, जब शुक्रवार शाम को कश्मीर के बारामूला से लेकर गुजरात के भुज तक पाकिस्तान की सीमा से लगे 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए। इन ड्रोन के जरिए पाकिस्तान किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की कोशिश कर रहा था, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन ड्रोन को नष्ट कर दिया।
इन ड्रोन की गतिविधियां जम्मू-कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों जैसे बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा और जम्मू में देखी गईं, जिनका लक्ष्य शायद भारतीय सुरक्षा ठिकानों को निशाना बनाना था। लेकिन भारतीय सेना और पुलिस बलों की तत्परता के कारण इन ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया गया। यह घटना पाकिस्तान की ओर से चलाए जा रहे आतंकवादी प्रयासों की ओर इशारा करती है और यह भी साबित करती है कि भारतीय सुरक्षा बल हर पल तैयार हैं और किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए सक्षम हैं।
भारत की सक्रिय सुरक्षा नीति और पाकिस्तान की कड़ी प्रतिक्रिया
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर हमले तेज कर दिए गए हैं, और अब यह स्पष्ट हो चुका है कि पाकिस्तान अपनी आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। भारतीय सुरक्षा बलों की तत्परता और हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता ने पाकिस्तान को तो नुकसान पहुँचाया है, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी आतंकवादी गतिविधियों को जारी रखने की कोशिश कर रहा है।
भारतीय सुरक्षा बलों ने अपने ऑपरेशनों से यह सिद्ध कर दिया है कि वे आतंकवाद के खिलाफ पूरी तरह से सक्षम हैं और किसी भी प्रकार के हमले या घुसपैठ का कड़ा जवाब देंगे। पाकिस्तान को अब यह समझ में आ चुका है कि भारत किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों को सहन नहीं करेगा और हर आतंकी योजना को नाकाम करने के लिए तैयार रहेगा।
निष्कर्ष
भारत के आतंकवाद के खिलाफ किए गए इस सख्त अभियान, जिसे "ऑपरेशन सिंदूर" के नाम से जाना जा रहा है, ने पाकिस्तान के आतंकवादी प्रयासों को तो विफल किया ही, साथ ही यह भी साबित किया कि भारतीय सुरक्षा बल आतंकवाद को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। पाकिस्तान की ओर से सीमा पर की गई गोलाबारी और ड्रोन हमले भारत की सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करते हैं, लेकिन भारतीय सेना और पुलिस की सतर्कता ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान को अब यह समझ लेना चाहिए कि आतंकवादियों के खिलाफ भारत का रुख सख्त और निर्णायक है, और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।