भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 4 जुलाई 2025 से बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में खेला जाएगा। पहला टेस्ट हारने के बाद शुभमन गिल की अगुवाई वाली टीम इंडिया अब वापसी की उम्मीद कर रही है, लेकिन दूसरे टेस्ट से पहले टीम के लिए चिंता की बात यह है कि सबसे भरोसेमंद गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को इस मुकाबले से आराम दिया जा सकता है।
बुमराह की वर्कलोड चिंता बनी टीम इंडिया के लिए टेंशन
जसप्रीत बुमराह इस समय दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में शुमार हैं और भारत की जीत की सबसे बड़ी उम्मीद भी। लेकिन पिछले डेढ़ साल में उनका वर्कलोड काफी अधिक रहा है, जो अब टीम मैनेजमेंट की चिंता का कारण बन चुका है।
1 जनवरी 2024 से अब तक बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक 410.4 ओवर डाले हैं, जो किसी भी तेज गेंदबाज के मुकाबले सबसे ज्यादा है। इतना ही नहीं, इस अवधि में कोई और तेज गेंदबाज 400 ओवर तक नहीं फेंक सका है। जाहिर है, यह वर्कलोड उनके शरीर पर भारी पड़ सकता है।
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पहले ही संकेत दे चुके हैं कि बुमराह को पूरी सीरीज में नहीं खिलाया जाएगा। उनके अनुसार, बुमराह इस सीरीज में सिर्फ 3 टेस्ट मैच खेलेंगे ताकि उन्हें इंजरी से बचाया जा सके।
⚠️ पहले भी हो चुके हैं चोटिल
बुमराह का शरीर पिछले कुछ वर्षों में कई बार चोट का शिकार हो चुका है।
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बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट में बुमराह की कमर में ऐंठन आ गई थी, जिसके चलते उन्हें मैच छोड़ना पड़ा था।
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इसके बाद वे चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रहे और फिर IPL 2025 के शुरुआती मुकाबले भी मिस किए।
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अब टीम मैनेजमेंट बुमराह को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता।
एजबेस्टन में टीम इंडिया का रिकॉर्ड बेहद खराब
दूसरे टेस्ट की मेज़बानी एजबेस्टन स्टेडियम, बर्मिंघम कर रहा है, जो भारतीय टीम के लिए अब तक मनहूस मैदान साबित हुआ है।
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भारत ने इस मैदान पर अब तक 8 टेस्ट मैच खेले हैं
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इनमें से 7 में हार झेलनी पड़ी है
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सिर्फ 1 मुकाबला ड्रॉ हो पाया है
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एक भी जीत इस मैदान पर टीम इंडिया के खाते में नहीं है
इस बार शुभमन गिल और कोचिंग स्टाफ की रणनीति का असली इम्तिहान इसी मैदान पर होगा। अगर भारत को सीरीज में वापसी करनी है, तो उन्हें एजबेस्टन के इतिहास को तोड़ना ही होगा।
बुमराह की जगह कौन?
अगर बुमराह को आराम दिया जाता है, तो तेज गेंदबाजी विभाग में विकल्प तलाशना जरूरी हो जाता है।
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मोहम्मद सिराज और अवेश खान इस समय स्क्वाड का हिस्सा हैं, और इन पर जिम्मेदारी आ सकती है।
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उमेश यादव जैसे अनुभवी विकल्प भी चयन के लिए उपलब्ध हो सकते हैं।
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वहीं युवा गेंदबाज मुकेश कुमार को भी मौका दिया जा सकता है।
बुमराह की अनुपस्थिति में किसी भी गेंदबाज को नई गेंद से प्रभाव छोड़ने की जिम्मेदारी उठानी होगी।
पहले टेस्ट में टीम इंडिया की हार
पहले टेस्ट में भारत की हार की मुख्य वजह बल्लेबाजों का फ्लॉप प्रदर्शन और साझेदारियों की कमी रही। बुमराह ने उस मुकाबले में 5 विकेट लेकर अपनी उपयोगिता सिद्ध की, लेकिन अन्य गेंदबाजों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला।
शुभमन गिल की कप्तानी में भारत पहली बार कोई टेस्ट सीरीज खेल रहा है, और उनका अनुभव सीमित है। इसलिए आने वाले मुकाबलों में उन्हें रणनीति और संयम के साथ निर्णय लेने होंगे।
अब रणनीति में बदलाव ज़रूरी
भारत के पास वापसी का मौका है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि:
बुमराह की गैरमौजूदगी में यह मुकाबला भारत के अन्य गेंदबाजों और कप्तान की लीडरशिप स्किल्स की असली परीक्षा साबित होगा।
निष्कर्ष
एजबेस्टन टेस्ट 2025 भारतीय टीम के लिए सिर्फ एक मुकाबला नहीं, बल्कि सम्मान और सीरीज में वापसी की जंग है। जसप्रीत बुमराह को आराम दिए जाने की स्थिति में यह लड़ाई और भी मुश्किल हो सकती है, लेकिन यह टीम इंडिया के बाकी खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का सुनहरा मौका भी होगा।
क्या शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया एजबेस्टन में पहली जीत दर्ज करेगी, या इंग्लैंड की पकड़ और मजबूत होगी? इसका जवाब 4 जुलाई से शुरू होने वाले टेस्ट में मिलेगा।