मथुरा । उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार की सुबह घने कोहरे के कारण एक बड़ा और दर्दनाक हादसा हो गया। मथुरा में बलदेव थाना क्षेत्र के तहत गांव खड़ेहरा के पास माइल स्टोन नंबर 125 पर हुए इस भयंकर हादसे में आपस में कई वाहन एक-दूसरे से टकरा गए, जिसके बाद 8 यात्री बसों और 3 कारों में भीषण आग लग गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि 25 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल एंबुलेंस से नजदीकी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया गया है।
दुर्घटना का कारण: जीरो विजिबिलिटी
पुलिस के मुताबिक, इस हादसे का मुख्य कारण क्षेत्र में छाया अत्यधिक घना कोहरा रहा, जिसके चलते जीरो विजिबिलिटी की स्थिति बन गई थी। आगरा से नोएडा की ओर जा रहे ये वाहन एक के बाद एक पीछे से टकराते चले गए। प्रारंभिक टक्कर के बाद वाहनों से धुंआ निकलने लगा और देखते ही देखते वाहनों में आग फैल गई, जिससे स्थिति और भी विकराल हो गई। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बसों में सवार कई यात्रियों ने चलती बस से कूदकर अपनी जान बचाई। टक्कर लगते ही लोगों में चीख-पुकार मच गई थी। हादसे में 8 बसों और 3 कारों में आग लगी। टक्कर लगते ही वाहनों से धुंआ निकलने लगा और देखते ही देखते उनमें आग लग गई। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है और 25 लोग घायल हुए हैं।
घंटों तक जारी रहा बचाव और राहत कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, अग्निशमन विभाग और प्रशासन के आला अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। सूचना मिलते ही 10 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं, जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग बुझाने के दौरान पूरे एक्सप्रेसवे को खाली करा दिया गया था।
हादसे के कारण आगरा से नोएडा आने वाली पूरी लेन पर भारी जाम लग गया था। पुलिस ने तत्काल रूट डायवर्ट कर ट्रैफिक को दूसरे रास्तों से आगे रवाना किया, ताकि बचाव कार्य में बाधा न आए। आग बुझने के बाद, क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त और जले हुए वाहनों को साइड करके एक्सप्रेसवे की एक लेन को यातायात के लिए खोला जा सका।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक (SSP) श्लोक कुमार और जिलाधिकारी (DM) सीपी सिंह भी पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि हादसे में मृत लोगों की शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने दोबारा पुष्टि की कि हादसा घने कोहरे और कम दृश्यता के कारण हुआ, जिसकी वजह से ड्राइवर सड़क पर खड़े या धीरे चल रहे वाहनों को समय रहते देख नहीं पाए।
पुलिस ने बताया कि घायलों को बेहतर उपचार सुनिश्चित कराया जा रहा है और दुर्घटना के सटीक कारणों की जांच की जा रही है। यह भीषण दुर्घटना एक बार फिर से एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के दौरान तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के गंभीर परिणामों को दर्शाती है। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे खराब मौसम में बेहद धीमी गति से और अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए यात्रा करें।